राज़ खोल देते हैं नाजुक से इशारे अक्सर,
कितनी खामोश मोहब्बत की जुबान होती है।
तेरे लिये तो मैंने यहाँ तक दुआएं की है,
कि कोई तुझे चाहे भी तो बस मेरी तरह चाहे।
दिल में तेरी ही यादें हैं जुबां पे तेरा ही ज़िक्र है,
मैं कहता हूँ ये इश्क़ है तू कहती है बस फ़िक्र है।
सिर्फ एक बार आओ दिल में देखने मोहब्बत अपनी,
फिर लौटने का इरादा हम तुम पर छोड़ देंगे।
छुपाने लगा हूँ आजकल कुछ राज अपने आप से,
सुना है कुछ लोग मुझको मुझसे ज्यादा जानने लगे हैं।
मोहब्बत एक खुशबू है हमेशा साथ रहती है,
कोई इंसान तन्हाई में भी कभी तन्हा नहीं रहता।
यही बहुत है कि तुमने पलट के देख लिया,
ये लुत्फ़ भी मेरी उम्मीद से कुछ ज्यादा है।
लम्हों में क़ैद कर दे जो सदियों की चाहतें,
हसरत रही कि ऐसा कोई अपना तलबगार हो।
याद करेंगे तो दिन से रात हो जायेगी,
आईने को देखिये हमसे बात हो जायेगी,
शिकवा न करिए हमसे मिलने का,
आँखे बंद कीजिये मुलाकात हो जायेगी।
तुझे याद करना न करना अब मेरे बस में कहाँ
दिल को आदत है हर धड़कन पे तेरा नाम लेने की।
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