romantic Shayari
तुम्हारे नाम को होंठों पर सजाया है मैंने !
तुम्हारी रूह को अपने दिल में बसाया है मैंने !
दुनिया आपको ढूंढते ढूंढते हो जायेगी पागल !
दिल के ऐसे कोने में छुपाया है मैंने !!
तूने छुआ मेरी रूह को, कुछ इस तरह..
कि सदियों तक वो तेरी ग़ुलाम बन गई...
ईश्क की गहराईयो में खूब सूरत क्या है,
मैं हूं , तुम हो, और कुछ की जरूरत क्या है!
बदनाम करते हैं लोग मुझे जिसके नाम से !
क़सम खुदा की जी भर के कभी उसको देखा भी नहीं !!
उलझा रही है मुझको,
यही कश्मकश आजकल..!!
तू आ बसी है मुझमें,
या मैं तुझमें कहीं खो गया हूँ??
ख़ुदा महफूज़ रखें आपको तीनों बलाओं से.
वकीलों से, हक़ीमों से, हसीनों की निगाहों से
रोमांटिक शायरी
सौ बार मरना चाहा उनकी निगाहों में डूब के,
वो हर बार निगाहें झुका लेते हैं, मरने भी नहीं देते हैं।
अच्छा लगता है तेरा नाम मेरे नाम के साथ !
जैसे कोई सुबह जुड़ी हो किसी हसीन शाम के साथ !!
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