तेरी बेखुदी में लाखों पैगाम लिखते है,
तेरे गम में गुजरी बाते तमाम लिखते है।
अब तो आंसू छलकते है उस कलम से भी,
जिससे हम तुम्हारा नाम लिखते है।
तेरी दोस्ती ने बहुत कुछ सीखा दिया,
मेरी खामोस दुनिया को जैसे हँसा दिया।
कर्जदार हूँ में खुदा का जिसने,
मुझे तेरे जैसे दोस्त से मिला दिया।
एहसास बहुत होगा जब छोड़ कर जाएंगे
रोएंगे बहुत मगर आँसू नही आएंगे।
जब साथ कोई ना दे तो आवाज हमे देना
आसमा पर भी होंगे आपके लिए लौट जरूर आएंगे ।
साथ अगर दोगे तो मुस्कराए जरूर,
प्यार अगर दिल से करोगें तो निभाएंगे जरूर।
कितने भी कांटे क्यों ना हो राहों में,
आवाज अगर दिल से दोगे तो आएंगे जरूर।
हम हर किसी को अपना बनाते गए।
जहाँ-जहाँ से गुजरे अपनी याद छोड़ते गए।
पर किस्मत का लिखा भी अजीब है।
गुनाह कोई और करता रहा और सजा हम पाते रहे।
दर्द जितना सहा जाए उतना ही सहना,
किसी के दिल को लग जाएं वो बात न कहना,
मिलते हैं हमारे जैसे लोग बहुत कम,
इसलिए कभी अलविदा न कहना !!
आपकी जगह इस दिल में हमेशा खास रहेगी,
तुम कभी बिछड़ ना जाना मुझसे,
क्या पता ये साँस कब तक साथ रहेगी।
जमाने से हम कब के गुजर गए होते,
ठोकर ना लगी होती तो बच गए होते।
बन्धे थे तो बस तेरी दोस्ती के धागे से,
वरना कब के मोतियों जैसे बिखर गए होते।
इस दिल को किसी की आहट की आस रहती है
इन निगाहों को किसी सूरत की प्यास रहती है।
तेरे बिना जिदगी में कोई कमी तो नही
फिर भी तेरे बिना जिदगी उदास रहती है ।
उतर के देख मेरी चाहत की गहराई में,
सोचना मेरे बारे में रात की तन्हाई में।
अगर हो जाए मेरी चाहत का एहसास तुझे,
तो मिलेगा मेरा अक्ष तुम्हे तुम्हारी ही परछाई में।
तूफ़ान में कश्ती को किनारे मिलते है,
इस जहां में लोगो को सहारे भी मिलते है।
दुनिया में सबसे प्यारी है जिदगी,
कुछ लोग जिदगी से प्यारे भी मिलते है।
बिंदास मुस्कराओ क्या गम है
जिदगी में टेन्शन किसको कम है।
याद करने वाले तो बहुत है आपको,
लेकिन दिल से तंग करने वाले तो हम है ।
सोचते सब है बदलता कोई नही,
दिल की राह पे चलता कोई नही।
तेज चलना तो सबको आता है।
ठोकर लगने से सम्भलता कोई नही।
बेखुदी में बस एक इरादा कर लिया,
इस दिल की चाहत को हद से ज्यादा कर लिया,
जानते थे वो इसे निभा न सकेंगे,
पर उन्होंने मजाक और हमने वादा कर लिया !!
दिन बीत जाते हैं सुहानी यादें बन कर,
बाते रह जाती हैं कहानी बन कर,
पर प्यार तो हमेशा दिल के करीब रहेगा,
कभी मुस्कान तो कभी पानी बनकर !!
उनके दीदार के लिए दिल तड़पता है,
उनके इंतजार में दिल तरसता है,
क्या कहें इस कम्बख्त दिल को,
अपना हो कर किसी और के लिए धड़कता है !!
ठोकर ना मारना मुझे बेकार समझकर,
सीने से लगा देना मुझे हार समझकर।
राही को समझने में कोई भूल ना करना,
हमने तुम्हे चाहा है समझदार बनके।
दर्द क्या होता है बताएगे किसी रोज,
इस दिल की गजल सुनाएंगे किसी रोज,
उड़ने दो इन परिंदों को आजाद फिजाओ में,
हमारे हुए तो लौट आएंगे किसी रोज !!
किसी न किसी पे किसी को ऐतबार हो जाता है,
अजनबी कोई शख्स यार हो जाता है,
खूबियों से नहीं होती मोहब्बत सदा,
खामियों से भी अक्सर प्यार हो जाता है !!
बनकर एहसास मेरी धड़कन के पास रहती हो,
बनकर तस्वीर मेरी आंखो के पास रहती हो,
एक बात तो बताओ आज पूछता हूं तुमसे,
क्या मेरे बिना तुम भी उदास रहती हो !!
बहते अश्कों की जुबां नहीं होती,
लफ्जों में मोहब्बत बयां नहीं होती,
मिले जो प्यार तो कद्र करना,
किस्मत हर किसी पे मेहरबान नहीं होती !!